चीटी बोली | |
चीटी बोली चलो कहीं से ,
चना खरीदें भाई|
अब तो सहन नहीं होता है,
भूख मुझे लग आई|
चीटा बोला शक्कर गुड़ की,
गंध मुझे है आती|
इतना मीठा माल रखा,
तू खाने क्यों न जाती|
बोली चीटी अरे भाईजी,
गुड़ से डर है लगता |
जो भी उसके गया तो,
जाकर वहीं चिपकता|
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